ज्या ज्या स्थळी हे मन जाय माझे | Akkalkot Shree Swami Samarth Maharaj Gajar

ज्या ज्या स्थळी हे मन जाय माझे | Akkalkot Shree Swami Samarth Maharaj Gajar

श्री गुरुदेव दत्त... 
श्रीपाद श्री वल्लभ... 
श्रीमन नृसिंह सरस्वती... 
स्वामी महाराज कि जय... 

ज्या ज्या स्थळी हे मन जाय माझे... 

त्या त्या स्थळी हे निजरूप तुझे... 

मी ठेवितो मस्तक ज्या ठिकाणी... 

तेथे तुझे सद्गुरू पाय दोन्ही... 

भीमा अमरजा संगम निवासी... राजाधीराज... सद्गुरूनाथ स्वामी महाराज कि जय... 

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